श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी धनेली रायपुर में डाॅ. रविकांत पी पाठक का व्याख्यान हुआ

श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी धनेली रायपुर में डाॅ. रविकांत पी पाठक का व्याख्यान हुआ। डॉ. पाठक लंबे समय से शोध कार्य से जुड़े हुए हैं, 40 से अधिक शोध पत्र विश्व स्तर पर प्रकाशित हो चुका है। वायु प्रदूषण का पर्यावरण एवं मावन पर प्रभाव पर शोध किया है।
देश एवं विदेश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े हुए हैं। आप ने अपने उद्बोधन में कहा कि मनुष्य को प्रतिस्पर्धा के बजाय सहयोग पर जोर देते हुए हुए संस्था के साथ साथ देश के विकास के लिए कार्य करना चाहिए। कार्य क्षेत्र में जीवन मूल्यों को अपनाते हुए भारतीय संस्कृति को संरक्षित कर आगे बढ़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। व्यक्ति केंद्रीत शक्ति के बजाय सामूहिक शक्ति पर बल देते हुए हैप्पीनेंस इंडेक्स पर जोर देने की जरूरत है। व्यक्ति को अपने रुचि के अनुसार विषय एवं कार्य का चयन करना चाहिए। स्वरोजगार को बढ़ावा देना चाहिए। व्याख्यान में उपस्थित प्राध्यापकों के जिज्ञासाओं को भी शांत किये। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. (डॉ.) अंकुर अरुण कुलकर्णी ने कहा कि विकास का अंधानुकरण नहीं करना चाहिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमें जो प्राप्त हो रहा है वह किस किमत पर मिल रहा है। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ प्राध्यापक, प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ. छबि राम मतावले, डॉ. मनमोहन सिंह जांगडे, अनिल कुमार दुबे, डॉ. देवयानी शर्मा, डॉ. आशीष सरकार , प्रो. एम. के. पांडे एवं श्री राज बहादुर थापा (उप कुलसचिव) तथा यूनिवर्सिटी के सभी विभागों के प्राध्यापक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. भूपेंद्र कुमार साहू (विभागाध्यक्ष) कला संकाय ने किया।