“दवाई लेने से पहले दवाई को जानें” थीम पर एसआरआईपी कुम्हारी में नेशनल फार्मेसी वीक का आयोजन।

दुर्ग,
कुम्हारी स्थित श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में नेशनल फार्मेसी वीक का आयोजन किया गया। इसके तहत 14 एवं 15 नवंबर को एसआरआईपी में थीम बेस्ड सेमिनार रखा गया। जिसमें बड़ी संख्या में फार्मेसी के स्टूडेंट्स, टीचर और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।
इस बार नेशनल फार्मेसी वीक की थीम “एजुकेट विफोर यू मेडिकेट- नॉलेज इज द बेस्ट मेडिसन” रखी गई। सेमिनार का उद्देश्य लोगों को दवाईयों के प्रति जागरूक करना था। किसी भी इलाज के लिए दवाई खाने से पहले उसके बारे में जानकारी जुटाना बेहद जरूरी है। दवाई अगर समझ में न आए तो अपने फार्मासिस्ट से बात करनी चाहिए। डॉक्टर अथवा फार्मासिस्ट की सलाह के बिना किसी भी दवाई का सेवन नहीं किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर एसआरआईपी की प्रिंसिपल डॉ. चंचलदीप कौर, एमटीसीएन कॉलेज की प्रिंसिपल के. दीपा और श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट कुम्हारी के निदेशक एम.के श्रीवास्तव मौजूद रहे। डॉ. चंचलदीप कौर ने फार्मेसी के पेशे का इतिहास और उसकी विकास यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि फार्मेसी में रिसर्च की बेहद आवश्यकता होती है। जैसे-जैसे रिसर्च बढ़ती जाएगी वैसे-वैसे ही नई-नई बीमारियों की रोकथाम के लिए दवाईयां बनाई जा सकेंगी।
कॉलेज के निदेशक एम.के. श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में बीमारियों का सबसे ज्याद खतरा रहता है। ऐसे में ग्रामीणों को सही दवाइयों के बारे में जानना बेहद जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता फैलाने के मकसद से एसआरआईपी ने दुर्ग जिले के पाहंदा गांव को गोद लिया है। जिसके तहत फार्मेसी के स्टूडेंट्स हर हफ्ते गांव में जाकर ग्रामीणों को दवाइयों का जानकारी देंगे।
एमटीसीएन कॉलेज की प्रिंसिपल के. दीपा ने कहा कि फार्मेसी और नर्सिंग दोनों का आपस में अंतरसंबंध हैं। नर्सिंग के पेशे में नर्सेज को दवाइयों का बेहतर ज्ञान होना जरूरी है। ऐसे में फार्मेसी और नर्सिंग के स्टूडेंट्स का एक मंच पर आकर दवाओं संबंधी जानकारी प्राप्त करना बेहद लाभदायक साबित होगा।
नेशनल फार्मेसी वीक के दौरान स्टूडेंट्स के बीच मॉडल प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें बी. फार्म और डी. फार्म के स्टूडेंट्स के अलावा नर्सिंग स्टूडेंट्स ने भी हिस्सा लिया। स्टूडेंट्स ने स्वास्थ्य जागरूकता संबंधी पोस्टर, बैनर, रंगोली, पेटिंग आदि बनाकर सामाजिक संदेश दिया। पोस्टर प्रतियोगिता के बाद क्विज कॉम्पिटीशन रखा गया। जिसमें विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार स्वरूप स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
सफल आयोजन के लिए संस्था के वाइस चेयरमैन डॉ. जे.के. उपाध्याय, कार्यकारी निदेशक पी.सी. मिश्रा, रजिस्ट्रार विजय सगोरिया ने आयोजकों को बधाई दी है। डॉ. उपाध्याय ने कहा कि इस तरह के आयोजन से छात्रों को उन बातों की भी जानकारी प्राप्त हो पाती है जिनके बारे में किताबों में कभी नहीं लिखा जाता है। उन्होंने भविष्य में भी इसी तरह के उद्देश्यपरक आयोजन कराते रहने के लिए सभी को शुभकामनाएं दी हैं।
