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10वीं के बाद क्या करें, आगे की पढ़ाई किस विषय में करें, जल्द नौकरी पाने के लिए क्या कोर्स करें। आपके सभी सवालों का जवाब मिलेगा यहां।

रायपुर, 16 जुलाई 2020 

10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्रों को आगे की पढ़ाई करने और किस क्षेत्र में करियर बनाना है, ये चुनने का विकल्प मिल जाता है। 10वीं तक माता-पिता और गुरुजनों के निर्देश और मार्गदर्शन में छात्र पढ़ाई करते हैं। लेकिन 10वीं के बाद अपने करियर और भविष्य का निर्णय लेने के लिए छात्र स्वतंत्र हो जाते हैं।

दसवीं पास करने के बाद क्या करें ? किस स्ट्रीम का चुनाव करें ?  क्या मुझे किसी प्रोफेशनल कोर्स का चयन करना चाहिए या फिर ट्रेडिशनल विकल्प की तरफ ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। ऐसे कई सवाल हैं जो लगभग हर दसवीं पास छात्र के दिमाग में उठते हैं। जाहिर सी बात है कि इन प्रश्नों के उत्तर का सीधा सम्बन्ध भविष्य में उनके अध्ययन तथा प्रोफेशन से होता है।

दसवीं के बाद लिया गया निर्णय किसी भी छात्र के सम्पूर्ण जीवन को प्रभावित करता है। ये वक्त ऐसी राह पर खड़े होने का होता है जहां अपने जीवन का निर्णय छात्र को लेना होता है। लेकिन इस वक्त में छात्र इतने परिपक्व नहीं होते हैं कि वो अपना सही–गलत सोच सकें। ऐसे में ज्यादातर छात्र अपने माता-पिता के सुझाए रास्ते पर चल पड़ते हैं। कुछ छात्र अपने दोस्तों की देखादेखी किसी कोर्स में दाखिला ले लेते हैं। तो कई छात्र पढ़ाई न करके रोजगार के विकल्प तलाशने की ओर बढ़ जाते हैं। इस मोड़ पर लिया गया सही फैसला आपके भविष्य को बना सकता है और एक गलत फैसला आपको दिमागी मशक्कत करने की मुश्किल में भी डाल सकता है।

जो छात्र 10वीं परीक्षा पास करने के बाद आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके पास मुख्यत: ये तीन विकल्प मौजूद रहते हैं।

पहला है विज्ञान विषय लेकर पढ़ाई करें।

दूसरा है कॉमर्स विषय लेकर आगे की पढ़ाई करें। अथवा

तीसरी है आर्ट्स विषय लेकर आगे की पढ़ाई करें।

विज्ञान विषय में दो विकल्प होते हैं पहला है गणित विषय के साथ पढ़ाई करना और दूसरा है जीव विज्ञान विषय के साथ पढ़ाई करना।

  1. विज्ञान

ज्यादातर छात्रों को विज्ञान विषय पसंद होता है। अधिकांश माता-पिता की भी चाहत होती है कि उनके बच्चे साइंस विषय लेकर आगे की पढ़ाई करें। इस विषय में पढ़ाई करने वाले छात्रों को चिकित्सा, आईटी, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाने का अवसर मिलता है।

  •  गणित :

10वीं के बाद गणित लेकर की गई विज्ञान की पढ़ाई को PCM कहा जाता है। इसमें भौतिकी (फिजिक्स) रसायन (केमिस्ट्री) गणित( मैथ्स) और हिंदी-अंग्रेजी अनिवार्य विषय के रूप में लेकर पढ़ाई करनी होती है।

  • जीव विज्ञान :

जीव विज्ञान के साथ की जाने वाली विज्ञान की पढ़ाई को PCB कहा जाता है। इसमें भौतिकी (फिजिक्स), रसायन (केमिस्ट्री), जीव विज्ञान (बायोलॉजी) और हिंदी-अंग्रेजी अनिवार्य विषय के साथ पढ़ाई करनी होती है।

  • कॉमर्स –

कॉमर्स विषय लेकर 10वीं के बाद की जाने वाली आगे की पढ़ाई में अकाउंटेंसी (Accountancy),  इकोनॉमिक्स (Economics),  मैथमेटिक्स (Mathematics), बिज़नेस लॉ (Business Law), इंग्लिश (English) और हिंदी की पढ़ाई करनी होती है।

विज्ञान के बाद छात्र दूसरे नंबर पर कॉमर्स को ही पसंद करते हैं। कॉमर्स की पढ़ाई करके अकाउंटेंट्स, वित्तीय सलाहकार, निवेश बैंकिंग, चार्टर्ड अकाउंटेंट के क्षेत्र में करियर बनाया जा सकता है।

  • आर्ट्स

सिविल सेवाओं में जाने के इच्छुक छात्रों की पसंद आर्ट्स होता है। आर्ट्स में कई विषय होते हैं। जिनमें ग्रुप के हिसाब से आप किन्हीं तीन विषयों का चयन कर सकते हैं। अंग्रेज़ी (English ), इतिहास (History), भूगोल (Geography), मनोविज्ञान (Psychology), राजनीति विज्ञान (Political Science), अर्थशास्त्र (Economics),  संस्कृत (Sanskrit), समाजशास्त्र (Sociology), दर्शनशास्त्र (Philosophy) आदि |

आर्ट्स विषय से पढ़ने वाले छात्रों के पास एजूकेशन, साहित्य, पत्रकारिता, सोशल वर्क के क्षेत्र में काम करने के अवसर उपलब्ध रहते हैं।

10वीं के बाद करें पॉलिटेक्निक में डिप्लोमा

इन सब के अलावा जिन छात्रों को स्कूल न जाकर सीधे कॉलेज जाने का मन है, वो 10वीं के बाद पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कर सकते हैं। पॉलिटेक्निक डिप्लोमा के लिएकंप्यूटर हार्डवेयर, फैशन डिज़ाइनिंग, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर , मैकेनिकल इंजीनियर आदि कोर्स उपलब्ध हैं। इन कोर्स के पूरा करने के बाद आप किसी भी सरकारी, निजी क्षेत्र के संस्थान में जॉब पा सकते हैं।  पॉलिटेक्निक डिप्लोमा धारकों को भारतीय रेलवे में प्राथमिकता दी जाती हैं. इसलिए सरकारी नौकरी के दरवाजे आपके लिए खुले रहते हैं।

10वीं के बाद खुला है आईटीआई में प्रवेश का विकल्प

पॉलिटेक्निक की तरह ITI (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) भी होता है। यह कोर्स पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स का छोटा भाई है। फर्क बस इतना है कि पॉलिटेक्निक डिप्लोमा जहां 3 साल का होता है, वहीं आईटीआई 6 महीने से लेकर 2 साल तक होता है।

आईटीआई सरकारी और निजी दोनों तरह की होती है। 2 साल का आईटीआई कोर्स करने वाला छात्र 12वीं पास माना जाता है। आईटीआई करने के बाद सरकारी एवं निजी क्षेत्र के संस्थानों में नौकरी पाई जा सकती है। आईटीआई करने के लिए वेल्डर, फिटर, टर्नर, मशीनिस्ट, पेंट शॉप, कारपेंटर आदि जैसे कई स्किल डवलपमेंट बेस्ड कोर्स मौजूद हैं।

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