“स्वस्थ ग्रह के लिए स्तनपान का समर्थन करें” थीम पर श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग, शहडोल में विश्व स्तनपान सप्ताह 2020 मनाया।
शहडोल, 8 अगस्त 2020
श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग शहडोल में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 1 से 7 अगस्त के दौरान विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया गया है। इस वर्ष विश्व स्तनपान सप्ताह की थीम स्वस्थ ग्रह के लिए स्तनपान का समर्थन करें रखी गई। थीम को आधार बनाकर नर्सिंग स्टूडेंट्स और नर्सिंग टीचर्स ने ऑनलाइन अपनी प्रस्तुतियां दी।
इस अवसर पर आयोजित वेबिनार में संस्था के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर दीपक सिंह ने बताया कि मां का अपने नवजात बच्चे को स्तनपान कराना उसके जीवन रक्षक का कार्य करता है। दीपक सिंह ने कहा कि मां का दूध नवजात के लिए संपूर्ण आहार होता है। यह हर बच्चे के जीवन को उचित शुरुआत देता है।
वेबिनार में शामिल संस्था की प्रिंसिपल हेपशिबा प्रकाश ने कहा कि जिन नवजात शिशुओं को जन्म के पहले घंटे के भीतर स्तनपान कराया जाता है। उनमें जीवित रहने की संभावना अधिक होती है। जबकि जिन नवजात शिशुओं को जन्म के तुरंत बाद स्तनपान नहीं कराया जाता है। उन्हें खतरनाक परिणामों का सामना करना पड़ता है। हेपशिबा प्रकाश ने कहा कि जन्म के फौरन बाद बच्चे को मां का दूध पिलाया जाना इतना आसान नहीं है। इसके लिए उचित देखभाल और सहयोग की आवश्यकता होती है।
विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य में आयोजित वेबिनार में शिशु रोग विशेषज्ञ ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन औऱ यूनिसेफ ने सिफारिश की है कि जिन माताओं को संदिग्ध या कोविड-19 पॉजिटिव पाया जाता है, उन्हें स्तनपान शुरु करने या जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिये। शिशु रोग विशेषज्ञ ने कहा कि कोविड-19 पॉजिटिव होने की सूरत में भी माता अपने बच्चे को स्तनपान करा सकती है। लेकिन ऐसा करते समय कई सावधानियां बरतने की आवश्यकता है।
जैसे कि दूध पिलाते समय या बच्चे के साथ किसी भी संपर्क के दौरान अच्छे कपड़े से अपना मुंह ढ़कें या मास्क पहनें। बच्चे को छूने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह से धो लें। एल्कोहलयुक्त हैंड सेनिटाइजर से हाथों को साफ करें। जिन सतहों को मां ने छुआ है उन सतहों को नियमित रूप से साफ करें और डिस्इंफेक्टेड करें। छींकते-खांसते समय टिशू का इस्तेमाल करें, उपयोग किये गये टिशू को कूड़ेदान में तुरंत फेंक दें और हाथ धोएं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने नवजात और शिशुओं के लिए स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए (RMNCH+A) रणनीति प्रजनन, मातृ, नवजात शिशु, बाल और किशोर स्वास्थ्य के दृ्ष्टिकोण के तहत मां (मां का पूर्ण स्नेह) के रूप में राष्ट्रीय स्तनपान प्रोत्साहन कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इसी कड़ी में प्रतिवर्ष विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है।