श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी रायपुर में आज स्टार्टअप भारत के अंतर्गत एक कार्यशाला आयोजित की गयी।
श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी रायपुर में आज स्टार्टअप भारत के अंतर्गत एक कार्यशाला आयोजित की गयी। इस कार्यक्रम का शीर्षक “TEDx – SRU ” था। श्री दिव्य पृथ्वानी और श्री कपिल जसवानी, जिनकी स्टार्टअप एवं नवोन्वेषी के क्षेत्र में न केवल राज्य में अपितु राष्ट्र में भी विशेष ख्याति है। स्टार्टअप को छत्तीसगढ़ में सफलता पूर्वक स्थापित करने का श्रेय इन्हे प्राप्त है, ।
“३६ INC” के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रूप श्री पृथ्वानी की विशेष ख्याति है जबकि स्टार्टअप फाउंडेशन के उन्नयन में श्री जसवानी का विशेष योगदान है। श्री दिव्य ने इस कार्यशाला में स्ट्रटअप: क्या, कैसे, क्यों, व कहाँ से शुरू करें, इसकी संपूर्ण जानकारी एवं प्रक्रिया से अवगत कराया। स्टार्टप का क्षेत्र , आयाम, व्यापकता एवं सफलता के प्रमुख चरणों को सविस्तार समझाया। उन्होंने श्रोताओं के सभी प्रश्नो को सजीव अध्ययन एवं अनुभव के आधार से उत्तर दिया। स्टार्टअप के लिए धन एवं प्रोत्साहन के सम्बन्ध में भी उन्होंने न केवल व्यक्तिगत अनुभव बल्कि विभिन्न केंद्रों के नाम एवं उनकी विशेषताओं को भी श्रोताओं के सम्मुख रखा।
श्री जसवानी ने अपने इर्द गिर्द एवं प्रकृति प्रेरित समस्याओं का सूक्ष्म अवलोकन करने एवं उनका विश्लेषण द्वारा भी स्टार्टअप हेतु प्रेरणा लेने की बात को बड़ी ही रोचकता से श्रोताओं के सम्मुख रखा। हमारे आसपास ही समस्याओं का अम्बर लगा हुआ है जिससे प्रेरणा लेकर हम कभी भी एवं कही भी स्टार्टअप प्रारम्भ कर सकतें हैं। अपनी कंपनियों में
अपनी कंपनियों में हमेशा से ही हमने नवोान्वेषियो का न केवल स्वागत, प्रोत्साहन एवं उत्साहवर्धन किया है बल्कि उन्हें एक उपयुक्त वातावरण प्रदान करने में भी हर संभव सहायता की है और आगे भी करते रहेंगे।
कुलपति महोदय प्रो (डॉ.) अंकुर अरुण कुलकर्णी ने बहुत ही सारगर्भित किन्तु विशिष्ट व्याख्यान दी। उन्होने विद्यार्थियो को स्वयं को जानने पर बल दिया। उन्होंने मूलभूत विषयों पर शोध एवं विकास को विशेष प्राथमिकता दी। विज्ञान, तकनीक, प्रौद्योगिकी एवं उद्यमिता पर विशेष प्रशिक्षण एवं उच्च कोटि की कार्यशालाओं का सतत आयोजन पर विशेष बल दिया। श्री ओम त्रिपाठी इस कार्यशाला के संयोजक रहे। अपनी कंपनियों में हमेशा से ही हमने नवोान्वेषियो का न केवल स्वागत, प्रोत्साहन एवं उत्साहवर्धन किया है बल्कि उन्हें एक उपयुक्त वातावरण प्रदान करने में भी हर संभव सहायता की है और आगे भी करते रहेंगे।
कुलपति महोदय प्रो (डॉ.) अंकुर अरुण कुलकर्णी ने बहुत ही सारगर्भित किन्तु विशिष्ट व्याख्यान दी। उन्होने विद्यार्थियो को स्वयं को जानने पर बल दिया। उन्होंने मूलभूत विषयों पर शोध एवं विकास को विशेष प्राथमिकता दी। विज्ञान, तकनीक, प्रौद्योगिकी एवं उद्यमिता पर विशेष प्रशिक्षण एवं उच्च कोटि की कार्यशालाओं का सतत आयोजन पर विशेष बल दिया। श्री ओम त्रिपाठी इस कार्यशाला के संयोजक रहे। उन्होंने बहुआयामी दृष्टिकोण एवं व्यापकता के आधार पर इस कार्यक्रम की रुरेखा बनायीं और आज इसे सफलता पूर्वक संपन्न कराया। इस कार्यशाला में विभिन्न संस्थाओं के प्रमुख, प्राध्यापक, शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं सक्रियता से सहभागी रहे।